Fnd, देहरादून: उत्तराखंड में भाजपा का युवा मोर्चा का पदाधिकारी हिमांशु चमोली सिर दर्द बन गए हैं. पैसे के लेनदेन और टॉर्चर के आरोपों के बाद पौड़ी गढ़वाल निवासी जितेंद्र सिंह की आत्महत्या मामले में पुलिस ने भले ही हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी कांग्रेस, भाजपा और सिस्टम से सवाल पूछ रही है कि आखिरकार कार्रवाई में इतनी देरी कैसे हुई? सत्ता और नेतृत्व के करीबी हिमांशु चमोली बेहद रॉयल लाइफ जी रहा था. उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड हुए फोटो वीडियो यह बताते हैं कि उसके पार्टी के बड़े नेताओं के साथ किस तरह के संबंध थे.
जेल गया हिमांशु: 21 अगस्त को पौड़ी गढ़वाल जिले के तालसरी गांव में एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या से पहले युवक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए भाजपा नेता को जिम्मेदार ठहराया था. घटना के बाद सोशल मीडिया पर जारी वीडियो के आधार पर पुलिस ने आरोपी भाजयुमो नेता को गिरफ्तार कर लिया. जबकि भाजपा ने भी अपने नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
लग्जरी थी लाइफ: भाजपा नेता हिमांशु चमोली को लेकर कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस उसकी लग्जरी लाइफ और महंगे शौक के साथ-साथ बड़े नेताओं से उसकी नजदीकियों को हथियार बनाकर जुबानी हमले कर रही है. वैसे इसमें कोई दो राय भी नहीं कि हिमांशु को महंगी गाड़ियों में घूमना और हाई प्रोफाइल लाइफस्टाइल जीने का शौक था. उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर कई ऐसी वीडियो देखी जा सकती है, जिन्हें देखकर उसके रुतबे का भी अंदाजा लगाया जा सकता है. यही नहीं, भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ इसके फोटो भी हैं, जो बताते हैं कि भाजपा संगठन में इस युवक का कितना दखल था.
झूठे शौक की खातिर दोस्त का दुश्मन बन गया: पुलिस और जितेंद्र के परिवार का कहना है कि हिमांशु की झूठी शान को देखकर जितेंद्र नेगी की करीबियां बढ़ी. जितेंद्र नेगी डोईवाला में रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था और भाजपा नेता हिमांशु चमोली को अपना बड़ा भाई मानता था. इसी भरोसे में एक प्रॉपर्टी के संबंध में दोनों के बीच लाखों रुपए का लेनदेन हुआ था. बताया जा रहा है कि काफी समय बीत जाने के बाद जब प्रॉपर्टी से संबंधित विवाद को सुलझाया नहीं जा सका तो जितेंद्र नेगी पर पैसों के लेनदारों ने दबाव बनाना शुरू किया. इस बात को लेकर जितेंद्र जब भी भाजपा नेता हिमांशु चमोली से पैसे की डिमांड करता तो, वह मुकर जाता. लेनदारों का दबाव और टॉर्चर जितेंद्र नेगी पर इतना ज्यादा बढ़ गया कि उसने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले जितेंद्र ने एक वीडियो बनाया और विवाद को लेकर पूरी जानकारी दी.
कांग्रेस-बीजेपी के बीच जुबानी जंग: कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा का कहना है कि हिमांशु की लाइफ स्टाइल बताती है कि वो नेतागिरी करके भी कितना पैसा छाप रहा था. आखिरकार कैसे एक पौड़ी के युवक को उसकी वजह से आत्महत्या करनी पड़ी? ये बड़ा सवाल है. कांग्रेस, हिमांशु के बहाने बीजेपी पर अपराध को बढ़ाने का भी आरोप लगा रही है.
वहीं, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का कहना है कि भाजपा किसी अपराधी को संरक्षण देने का काम नहीं करती है. जैसे ही आरोप लगे, उसे पार्टी और पदों से हटा दिया गया है.

