Fnd, रुद्रप्रयाग: इस बार रुद्रप्रयाग जिले में जिला पंचायत चुनाव रोमांचक होने जा रहा है. नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी के साथ ही कांग्रेस को भी बड़े झटके लगे हैं. यहां जिला पंचायत सीट पर टिकट नहीं मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने ताल ठोक दी है. जहां वो पैराशूट प्रत्याशी को टिकट देने से नाराजगी है तो वहीं वे राष्ट्रीय पार्टियों के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाने की बात कह रहे हैं. जिससे कहीं ना कहीं बीजेपी-कांग्रेस को साफ तौर पर नुकसान पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं.
नेताओं ने शुरू किए ग्रामीण इलाकों के चक्कर लगाने: शनिवार यानी 5 जुलाई को जिला पंचायत सभागार कक्ष में नामांकन की प्रक्रिया संपन्न हुई. जिसके बाद से नेताओं ने ग्रामीण इलाकों का चक्कर लगाना शुरू कर दिया है. जो नेताजी लंबे समय से क्षेत्र में बने हुए हैं, उन्हें गांव की पगडंडियों को नापने में कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन जो नेता इन दिनों ही जनता को दिखाई दे रहे हैं, उनके लिए अपनी पहचान को जनता के बीच रखने में ही मुश्किलें होती दिखाई दे रही हैं.
पैराशूट प्रत्याशियों को मैदान में उतारने का आरोप: रुद्रप्रयाग जिले में 18 जिला पंचायत सीटें हैं, जिनमें बीजेपी ने अपने पूरे प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. जबकि, कांग्रेस ने मात्र 10 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी मैदान में खड़े किए हुए हैं, लेकिन बीजेपी-कांग्रेस के सामने असमंजस की स्थिति भी पैदा हो गई है. जो कार्यकर्ता लंबे समय से क्षेत्र में बने हुए थे. पार्टी ने उन्हें टिकट ना देकर पैराशूट प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर हो-हल्ला मचा हुआ है.
इन सीटों ने बढ़ाई बीजेपी की टेंशन: बीजेपी के लिए जिला पंचायत ल्वारा, त्रियुगीनारायण के साथ सुमाड़ी सीट को जीतना टेढ़ी खीर बन गया है. यहां ल्वारा सीट पर पैराशूट प्रत्याशी को उतारे जाने से कार्यकर्ताओं में विघटन की स्थिति बन गई है. ऐसे में यहां सुबोध बगवाड़ी ने प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन दाखिल करवा दिया है.
उन्हें यहां कांग्रेस का भी समर्थन मिल रहा है. जबकि, कांग्रेस ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है. इसके अलावा त्रियुगीनारायण और सुमाड़ी सीट पर भी लंबे समय से तैयारी कर रहे कार्यकर्ताओं को टिकट ना मिलने से बगावत के स्वर फूटने लगे हैं. ऐसे में ये सीटें हॉट बनी हुई है.
कांग्रेस को यहां पर टेंशन: वहीं, कांग्रेस की बात की जाए तो चोपता, रतूड़ा, सुमाड़ी वार्ड से बगावत की गई है. यहां पार्टी प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर कार्यकर्ताओं ने नामांकन करवाया है. चोपता से संपन्न नेगी और बलदेव नेगी ने बगावत की है. इसके अलावा सुमाड़ी और रतूड़ा में भी टिकट ना मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने नामांकन करवाया है.
बीजेपी से बगावत कर सुबोध ने करवाया नामांकन: जिला पंचायत ल्वारा सीट से टिकट न मिलने से नाराज सुबोध बगवाड़ी ने बगावत कर नामांकन करवाया. उन्होंने समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया. उनके नामांकन में सैकड़ों की संख्या में पहुंची जनता ने उन्हें समर्थन देकर जीत का आशीर्वाद दिया.
बागी प्रत्याशी को कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. पूर्व में जिला पंचायत सदस्य रहे गणेश तिवारी ने उन्हें समर्थन दिया है. इस सीट से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है, जिसका फायदा सीधे तौर पर निर्दलीय प्रत्याशी सुबोध बगवाड़ी को मिलता नजर आ रहा है.
ल्वारा सीट पर पैराशूट प्रत्याशी को टिकट देने का लगाया आरोप: बीजेपी से बागी हुए सुबोध बगवाड़ी ने कहा कि वे 20 सालों से पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं. उन्होंने केदारनाथ विधानसभा में हुए उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी के लिए रात-दिन काम किया. जबकि, नगर पंचायत गुप्तकाशी चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने की पुरजोर मेहनत की. जिसका नतीजा आज जनता के सामने है.
“बीजेपी ने पैराशूट प्रत्याशी को टिकट दिया है. इससे पार्टी को भी नुकसान भुगतना पड़ेगा. क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत घोटाला हुआ है. जबकि, सड़क, बिजली, पानी की समस्याएं आज तक हल नहीं हो पाई हैं. साथ ही शिक्षा की भी क्षेत्र में बुरी स्थिति है. इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.”- सुबोध बगवाड़ी, बागी प्रत्याशी
ल्वारा सीट पर पैराशूट प्रत्याशी को टिकट देने का लगाया आरोप: बीजेपी से बागी हुए सुबोध बगवाड़ी ने कहा कि वे 20 सालों से पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं. उन्होंने केदारनाथ विधानसभा में हुए उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी के लिए रात-दिन काम किया. जबकि, नगर पंचायत गुप्तकाशी चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने की पुरजोर मेहनत की. जिसका नतीजा आज जनता के सामने है.
“बीजेपी ने पैराशूट प्रत्याशी को टिकट दिया है. इससे पार्टी को भी नुकसान भुगतना पड़ेगा. क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत घोटाला हुआ है. जबकि, सड़क, बिजली, पानी की समस्याएं आज तक हल नहीं हो पाई हैं. साथ ही शिक्षा की भी क्षेत्र में बुरी स्थिति है. इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.”- सुबोध बगवाड़ी, बागी प्रत्याशी