रीठा साहिब में हजारों श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर गुरु का प्रसाद ग्रहण किया
Fnd, नानकमत्ता उत्तराखंड के रीठा साहिब गुरुद्वारे में तीन दिवसीय जोड़ मेला सोमवार से शुरू हो गया। मेले में देश-विदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे। मेले में शामिल होने के लिए चार दिन पहले से ही यहां तीर्थ यात्रियों का पहुंचना शुरू हो गया था। धार्मिक डेरा कार सेवा के सेवादार और जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। गुरुद्वारा रीठा साहिब में मीठे रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध है जहां गुरु नानक देव ने रीठे के पेड़ों को मीठा कर दिया था।
अवसर पर उपजिलाधिकारी नितेश डागर,कारसेवा प्रमुख बाबा बच्चन सिंह,बाबा सुरेंद्र सिंह, बाबा श्याम सिंह उपस्थित रहे। बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी पार्किंग, स्नान के लिए नदी तट पर कच्चा पुल, लंगर एवं विश्राम स्थलों की व्यवस्थित व्यवस्था,स्वास्थ्य शिविर, शुद्ध पेयजल, शौचालय, और स्वच्छता कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग की ओर से चेक पोस्ट बनाए गए हैं और यातायात को सुगम बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
डेरा कार सेवा के मुखी ने बताया कि जून को मुख्य मेला अखंड पाठ साहिब के भोग के साथ मेले का समापन होगा। गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की मधुर ध्वनि के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्ति भाव से नतमस्तक होकर दर्शन लाभ ले रहे हैं। मेले में अखंड पाठ साहिब का शुभारंभ सुबह से विधिवत रूप से हुआ। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे पर्वतीय मार्गों में संयमपूर्वक यात्रा करें और सुरक्षित यात्रा करते हुए रीठा साहिब पधार कर मत्था टेकें। उन्होंने कहा कि श्री रीठा साहिब ऐसा दिव्य स्थान है जहां गुरुनानक देव जी ने सत्संग कर दुनिया को प्रेम, सेवा व समर्पण का संदेश दिया था।
कारसेवा प्रमुख बाबा बच्चन सिंह एवं बाबा सुरेंद्र सिंह की ओर से स्वर्गीय बाबा तरसेम सिंह यात्री निवास का विधिवत उद्घाटन किया और अरदास की गई। यह यात्री निवास 60 कमरों का है,जो भविष्य में श्रद्धालुओं के लिए बड़ी सुविधा साबित होगा।
प्रशासन,पुलिस विभाग व गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की ओर से मेले के शांतिपूर्ण,सुव्यवस्थित एवं श्रद्धामय आयोजन के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जा रहा है।
गुरुद्वारा रीठा साहिब में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुरु का अटूट लंगर का प्रसाद वितरण किया गया। मेले में जगह-जगह गुरु का प्रसाद वितरण किया गया।
धार्मिक दीवान सजाया गया जिसमें प्रसिद्ध हजूरी रागी दाढ़ी कविसरी जत्थों में गुरु की महिमा का गुणगान कर गुरुओं के बताए मार्ग पर चलने का उपदेश दिया संगत को गुरुद्वारा रीठा साहिब के इतिहास की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। रीठा साहिब में धार्मिक राजनीतिक सामाजिक सामाजिक हस्तियों ने भाग लिया।