Fnd, हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में चार दिवसीय एशियन कैडेट कप इंडिया 2025 (तलवारबाजी) प्रतियोगिता का आगाज हो गया है. जिसमें 17 देशों के तलवारबाज अपना दमखम दिखने पहुंचे हुए हैं. प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया. इस मौके पर उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करते हुए कई बातें कही.
भारत समेत 17 देश के तलवारबाज दिखाएंगे दम: बता दें कि फेंसिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से एशियन कैडेट कप इंडिया 2025 का आयोजन हल्द्वानी में किया जा रहा है. जो 22 सितंबर तक चलेगा. जिसमें भारत समेत 17 देश के अंडर 17 के तलवारबाज खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. इस प्रतियोगिता में भारत समेत मंगोलिया, ईरान, बहरीन, इराक, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, मलेशिया, फिलिपींस, उज्बेकिस्तान, थाईलैंड, ब्रुनेई दारुस्सलाम, ऑस्ट्रेलिया, तुर्कमेनिस्तान, लेबनान, तजाकिस्तान, श्रीलंका के खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं.
190 खिलाड़ी ले रहे हिस्सा: इस पूरे प्रतियोगिता में 190 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. जिसमें 46 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं तो भारत के 144 खिलाड़ी भी दमखम दिखा रहे हैं. इस प्रतियोगिता में 13 विदेशी महिला और 33 पुरुष खिलाड़ी भी शामिल हैं. वहीं, इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि ऐसे टूर्नामेंट हमारे स्थानीय खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका देते हैं. इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
सीएम धामी ने कही ये बात: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हल्द्वानी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल का आयोजन हो रहा है. इस खेल को करने का अवसर उत्तराखंड को मिला है. एशियाई प्रतियोगिता होना उत्तराखंड के लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनाएं चल रही है. जिसके तहत खिलाड़ियों को उनका अच्छा मंच दिया जा रहा है. आज उत्तराखंड को खेल भूमि के नाम से जाना जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेल में उत्तराखंड में पूरे देश विदेश में अपना पहचान बनाई है. इसी का परिणाम है कि आज उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कर रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज बनाने जा रही है. खेल को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. जिसके तहत उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित और उनको अच्छा मंच देने का काम किया जा रहा है.
“तलवारबाजी देश का पारंपरिक खेल है. सदियों से इस खेल का आयोजन होता आ रहा है. शास्त्रों में भी तलवारबाजी खेल का जिक्र है. झांसी की रानी के साथ-साथ कई महान विभूतियों ने तलवारबाजी में दुश्मनों का लोहा मनवाया है. तलवारबाजी खेल की पहचान अब धीरे-धीरे पूरे विश्व में हो रही है. जिसमें भारत के साथ उत्तराखंड के खिलाड़ी भी इस खेल में अब अपना अहम रोल निभा रहे हैं. देश-विदेश में फेंसिंग गेम प्रतियोगिता में अपना नाम रोशन कर रहे हैं.”- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
